हिंदू धर्म में प्रमुख देवी है महालक्ष्मी| भगवान विष्णु की शक्ति हैं उन्हीं की सृष्टि का पालन करते हैं तथा भगवान विष्णु की पत्नी है | 🌷वह (पार्वती) माता महाकाली तथा माता महासरस्वती के साथ 3 देवियों में प्रमुख स्थान रखती हैं महालक्ष्मी धन ,संपदा शांति और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं| दीपावली के त्यौहार में उनकी उनके मानस पुत्र गणेश सहित पूजा की जाती है जिनका उल्लेख सबसे पहले यजुर्वेद के श्री सूक्त में मिलता है लक्ष्मी जो धन की देवी हैं तथा विष्णु की पत्नी है, वह महालक्ष्मी का अंश है महालक्ष्मी का अवतार है तथा महालक्ष्मी परा शक्ति परा प्रकृति है इन्हीं के साथ भगवती महाकाली भगवती महासरस्वती विराजमान रहती हैं उन्हीं के अंश मात्र हैं काली पार्वती जो महाकाली के अंश हैं लक्ष्मी विष्णु पत्नी कमला जो महालक्ष्मी के अंश है तथा सरस्वती विद्या बुद्धि जो महासरस्वती के अंश हैं महासरस्वती आठ भुजाओं से युक्त हैं महालक्ष्मी 18 भुजाओं से युक्त हैं तथा महाकाली 10 भुजाओं से युक्त है इनका उल्लेख दुर्गा सप्तशती तथा श्रीमद् देवी भागवत महापुराण में मिलता है
अपने भक्त मानकचंद तरफदार को दिया वचन निभाने जगदीश स्वामी अपने भाई बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा संग हर साल आषाढ़ सुदी दूज के दिन भक्तों को दर्शन देने जगन्नाथ पुरी से मानोरा आते हैं। ऐसी मान्यता है कि जब वे पुरी से मानोरा की ओर प्रस्थान करते हैं तो पुरी में रथ पल भर को स्थिर हो जाता है और वहां के पंडा घोषणा करते हैं कि भगवान अपने भक्त के गांव मानोरा पधार गए हैं। इसी आस्था के वशीभूत होकर लाखों दर्शनार्थी रथ में आरूढ़ भगवान जगदीश स्वामी के दर्शन करने उमड़ पड़ते हैं। आस्था ऐसी की दूर-दूर से अपनी मन्नतो
मंगलवार, 5 अप्रैल 2022
हिंदू धर्म में प्रमुख देवी है महालक्ष्मी
हिंदू धर्म में प्रमुख देवी है महालक्ष्मी| भगवान विष्णु की शक्ति हैं उन्हीं की सृष्टि का पालन करते हैं तथा भगवान विष्णु की पत्नी है | 🌷वह (पार्वती) माता महाकाली तथा माता महासरस्वती के साथ 3 देवियों में प्रमुख स्थान रखती हैं महालक्ष्मी धन ,संपदा शांति और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं| दीपावली के त्यौहार में उनकी उनके मानस पुत्र गणेश सहित पूजा की जाती है जिनका उल्लेख सबसे पहले यजुर्वेद के श्री सूक्त में मिलता है लक्ष्मी जो धन की देवी हैं तथा विष्णु की पत्नी है, वह महालक्ष्मी का अंश है महालक्ष्मी का अवतार है तथा महालक्ष्मी परा शक्ति परा प्रकृति है इन्हीं के साथ भगवती महाकाली भगवती महासरस्वती विराजमान रहती हैं उन्हीं के अंश मात्र हैं काली पार्वती जो महाकाली के अंश हैं लक्ष्मी विष्णु पत्नी कमला जो महालक्ष्मी के अंश है तथा सरस्वती विद्या बुद्धि जो महासरस्वती के अंश हैं महासरस्वती आठ भुजाओं से युक्त हैं महालक्ष्मी 18 भुजाओं से युक्त हैं तथा महाकाली 10 भुजाओं से युक्त है इनका उल्लेख दुर्गा सप्तशती तथा श्रीमद् देवी भागवत महापुराण में मिलता है
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हर साल वचन निभाने पुरी से मानोरा आते हैं भगवान जगदीश स्वामी
विदिशा . अपने भक्त मानकचंद तरफदार को दिया वचन निभाने जगदीश स्वामी अपने भाई बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा संग हर साल आषाढ़ सुदी दूज के दिन भक्...

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